सहजन का अचार(sehjan ka achar )


सहजन का अचार(sehjan ka achar )
हिंदी रेसिपी

सहजन (सिंगरे )की फली का अचार बहुत स्वादिष्ट बनता है. सहजन की फली जब एकदम नरम होती है, उनके अन्दर बीज नहीं बन पाते एकदम कच्ची नरम मुलायम सहजन की फली से ही अचार बनता है.
आवश्यक सामग्री


  • सहजन (Drumstick) की फली - 300 ग्राम
  • नमक - 1 छोटी चम्मच
  • सरसों का तेल - 1/3 कप
  • नमक - 1 छोटी चम्मच
  • हींग - 2-3 पिंच
  • हल्दी पाउडर - 1 छोटी चम्मच
  • सोंफ पाउडर - 1 छोटी चम्मच
  • लाल मिर्च पाउडर - 1/4 छोटी चम्मच
  • काली मिर्च पाउडर - 1/4 छोटी चम्मच
  • पीली सरसों दरदरी पिसी हुई - 2 टेबल स्पून
  • सिरका - 1 टेबल स्पून

विधि: - How to make Drumstick Pickle

अचार बनाने के लिये, सबसे पहले सहजन की फलियों को धोकर सुखाकर, 3/4 -1 इंच की लम्बाई में काट कर, एक छोटी चम्मच नमक मिला कर किसी डिब्बे में बन्द करके 3 दिन के लिये रख दीजिये. रोजाना दिन में एक बार चम्मच से फलियों को चला कर ऊपर नीचे कर दीजिये.

3 दिन बाद नमक में रखी हुई सहजन की फली का अचार बनाइये.

तेल को पैन में डाल कर, अच्छा गरम कीजिये, गैस बन्द कीजिये और पैन को गैस से नीचे उतार कर रख लीजिये, तेल को थोड़ा ठंडा होने पर, हींग , हल्दी पाउडर, सोंफ पाउडर डालकर, मिक्स कर दीजिये, सहजन की फली डाल दीजिये, नमक लाल मिर्च पाउडर, सरसों पाउडर और काली मिर्च पाउडर डालकर, सारी चीजों को अच्छी तरह मिक्स होने तक मिला दीजिये. अचार में सिरका भी डालकर मिला दीजिये.

सहजन की फली का अचार तैयार है. तैयार अचार को अच्छी तरह ठंडा होने के बाद कांच या प्लास्टिक कन्टेनर में भर कर रख लीजिये. 3 दिन में अचार खट्टा और बहुत स्वादिष्ट हो जाता है, सहजन की फली के अन्दर सारे मसाले जज्ब हो जाते हैं.

अचार को रोजाना दिन में एक बार चम्मच से ऊपर नीचे करते रहिये.

सहजन की फली के अचार को चपाती या परांठे के साथ परोसिये और खाइये.

सहजन की फली के अचार (Drumstick Pickle) को 1 -2 माह तक रख कर खाया जा सकता है. अचार को और अधिक चलाने के लिये अचार में इतना सरसों का तेल गरम करके, ठंडा करके डाल दें कि अचार तेल में डूबा रहें.
सुझाव:

अचार को जिस कन्टेनर में भर रहे हैं उसे उबलते पानी से धोइये और धूप में सुखा लीजिये.

अचार खाने के लिये जब भी निकालें सूखी और साफ चम्मच का यूज कीजिये, अचार निकालते समय, हाथ भी सूखे होने चाहिये. अचार निकालने के बाद अचार को उसी चम्मच से ऊपर नीचे कर दीजिये, अचार की सेल्फ लाइफ बढ़ जाती है

Previous
Next Post »