मल्टीग्रेन आटे की रोटी(Multigrain Chapati)


मल्टीग्रेन आटे की रोटी(Multigrain Chapati )

हिंदी रेसिपीज
रोटी एक पोस्टिक आहार है यह हमारे लिए बहुत ही जयादा लाभदायक होती है हम गेहू के आटे  में बाजरा ,मक्का व सोयाबीन का आटा मिलाकर रोटी बना सकते है ये आपको बहुत पसंद आएगी तो आए आज हम मल्टीग्रेन  आटे की रोटी बनाना सीखेंगे .

आवश्यक सामग्री - Ingredients for Multigrain Chapati


  • गेहूं का आटा - 1 कप
  • बाजरा का आटा - 1/4 कप
  • मक्के का आटा - 1/4 कप
  • सोयाबीन का आटा - 1/4 कप
  • बेसन - 1/4 कप
  • तेल आटे में डालकर गूथने के लिये - 2 -3 छोटे चम्मच
  • घी - 2 टेबल स्पून
  • अजवायन - 1/4 छोटी चम्मच (यदि आप चाहें)
  • नमक - 1/2 छोटी चम्मच (स्वादानुसार)

विधि - How to make soft Multigrain Chapati

गेहूं के आटे को बड़े डोंगे में निकाल लीजिये, बाजरे का आटा, मक्के का आटा, सोयाबीन का आटा और बेसन सारे आटे डाल लीजिये, अजवायन, नमक और तेल भी मिला लीजिये, हल्के गरम पानी की सहायता से नरम आटा गूथ लीजिये, गुथे आटे को 20 मिनिट के लिये ढककर रख दीजिये, आटा फूल कर सैट हो जायेगा.

आटा सैट होने के बाद, थोड़ा सा सूखा गेहूं का आटा ले लीजिये. तवे को गैस पर रख कर गरम कीजिये. आटे से एक नीबू के बराबर का आटा तोड़िये और सूखे आटे में लपेट कर गोल रोटी 6-7 इंच के व्यास में बेलिये, रोटी को ज्यादा पतला नहीं करना है और न ज्यादा मोटी रखें, हल्की सी मोटी रोटी बेलें, बेली हुई रोटी को गरम तवे पर डालिये.

रोटी का कलर ऊपर से थोड़ा सा डार्क हो जाय तो रोटी को पलट दीजिये, और अब नीचे की तरफ से रोटी को हल्की चित्ती आने तक सेक लीजिये, जब तक ये रोटी तवे पर सिक कर तैयार हो रही है, तब तक दूसरी रोटी बेल कर तैयार कर लीजिये. तवे से रोटी उतार कर डायरेक्ट गैस पर रखिये और दूसरी रोटी को तवे पर सिकने के लिये डाल दीजिये. गैस पर रोटी को चिमटे से पकड़ कर, घुमा घुमा कर दोंनो ओर ब्राउन चित्ती आने तक सेक लीजिये. रोटी को घी लगाकर गरमा गरम परोसिये, या किसी प्लेट पर प्याली रखकर या कैसरोल में नीचे एक प्याली रखकर उस पर रखते जायें, सारी रोटी इसी तैयार कर लीजिये.

रोटी को सर्दी के मौसम में कैसरोल में हल्की गरम रखें और गरमी के मौसम में ठंडा करके कैसरोल में रखें जब भी आप खाने के लिये रोटी निकालेंगे एकदम नर्म रोटी निकलेंगी.
सुझाव:

मल्टीग्रेन आटे की रोटी के लिये, किसी भी आटे की मात्रा अपनी पसन्द के अनुसार कम ज्यादा कर सकते हैं, या जो आटा आपको पसन्द न हो उसे छोड़ सकते हैं, और इनके अलावा जैसे ज्वार, रागी, मूंग दाल पौष्टिक जो आटा आपको पसन्द हो वह मिला सकते हैं.<
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