मूंग दाल हलवा(mung dal ka hlva)
एक शानदार व्यंजन जिसे ठंड के दिनों में संपूर्ण राजस्थान में पसंद किया जाता है, क्योंकि यह शरीर को गरम रखने में और ठंड से बचाने के लिए माना जाता है। इसे रिवाज़ माना जाता है, और अकसर होली, दिवाली और शादियों से भी इसे बनाया जाता है। इसे बनाने में काढी समय और धैर्य चाहिए, क्योंकि दाल भुनकर हलवा बनाने में काफी समय लगता है और शायद इसमें घी की मात्रा भी ज़्यादा लग सकती है! फिर भी, व्यंजन बनने के बाद आपकी प्रत्येक मिनट की मेहनट व्यर्थ नही जाएगी। आप इस व्यंजन को ज़्यादा मात्रा में बनाकर फ्रिज में कई हफ्तों के लिए रख सकते हैं। बस हलवे को गरम करते समय, थोड़ा दूध मिलाऐं।
तैयारी का समय: १० मिनट
पकाने का समय: ३७ मिनट
भिगोने का समय: ३ घंटे।
कुल समय : 3 घंटे 47 मिनट
३ कप के लिये
सामग्री
- १ कप पीली मूंग दाल
- थोड़ा केसर
- १ टेबल-स्पून गुनगुना दूध
- १/२ कप घी
- १ कप गुनगुना दूध
- १ १/४ कप शक्कर
- १/२ टी-स्पून इलायची पाउडर
सजाने के लिए
- २ टेबल-स्पून बादाम की कतरन
विधि
मूंग दाल को पर्याप्त मात्रा के पानी में ३ घंटे के लिए भिगो दें। अच्छी तरह छानकर मिक्सर में बिना पानी का प्रयोग किये पीसकर दरदरा मिश्रण बना लें।
केसर को १ टेबल-स्पून गुनगुने दूध मे घोलकर एक तरफ रख दें।
एक गहरी नॉन-स्टिक कढ़ाई में घी गरम करें, मूंग दाल का पेस्ट डालकर, मध्यम आँच पर २५ मिनट के लिए, लगातार हिलाते हुए पका लें।
दूध और १ कप गुनगुना पानी डालकर अच्छी तरह मिला लें और मध्यम आँच पर, लगातार हिलाते हुए, ७ से ८ मिनट तक पका लें।
शक्कर डालकर अच्छी तरह मिला लें और मध्यम आँच पर, लगातार हिलाते हुए ३ मिनट तक पका लें।
केसर-दूध का मिश्रण, इलायची पाउडर डालकर अच्छी तरह मिला ले और मध्यम आँच पर, लगातार हिलाते हुए १ मिनट तक पका लें।
बादाम कतरन से सजाकर गुनगुने तापमान पर परोसें या हवा बद डब्बे में डालकर फ्रिज में रखें।
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